बुधनी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले गांव छिद्ग काछी में होला प्वाइंट एकेडमी नाम से एक स्कूल चलाया जा रहा है। पहली से आठवीं तक चलाए जा रहे इस स्कूल को कोई सरकारी मान्यता नहीं मिली हुई है इसके बावजूद बच्चों का एडमीशन ले लिया गया है और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सालाना हजारों रुपए की फीस बच्चों से ली जाती है लेकिन न तो स्कूल में कोई व्यवस्था है और न ही अनुभवी शिक्षक हैं। स्कूल संचालकों का कहना है कि वे यहां पर कोचिंग पढ़ा रहे हैं। स्कूल में 100 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं और इनके परिजन मजबूरी में बच्चों को यहां भेज रहे हैं। इलाके के बीआरसी भूपेश शर्मा का कहना है कि मान्यता नहीं होने के कारण शिक्षा विभाग ने पिछले दिसंबर माह में मान्यता नहीं होने के कारण यह स्कूल बंद करा दिया था। लेकिन अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके स्कूल संचालक अभी भी स्कूल चला रहा है। वहीं अधिकारी कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन देने में लगे हैं।