दस दिन से भी ज्यादा चली माथापच्ची के बाद शिवराज सिंह चौहान ने आखिरकार मंत्रिमंडल को विभाग बांट ही दिए. लिस्ट को देखकर कितने जोड़तोड़ हुए. कितनी सियासी उठापटक और कितनी बैठकें हुई होंगी इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है. और ये समझना भी आसान ही है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जितने भी जतन किए हों अपने समर्थकों को अच्छा पद दिलाने के लिए उनकी हर कोशिश जाया ही हुई है. सागर जिले की विधानसभा सीटें ही देख लीजिए. राजस्व और परिवहन दोनों महत्वपूर्ण विभाग गोविंद सिंह राजपूत की झोली में ही हैं. गोपाल भार्गव तो ठीक हैं. शिवराज अपने चहेते भूपेंद्र सिंह की भी ज्यादा फिक्र नहीं कर पाए. इमरती देवी को पहले की तरह महिला एवं बाल विकास ही मिला है. प्रभुराम चौधरी को लोक स्वास्थ्य जैसा अहम विभाग देना पड़ा. ऊर्जा विभाग जो की बहुत महत्वपूर्ण विभाग है वो सिंधिया समर्थक प्रद्युम्न सिंह तोमर के हाथ लगा है. बृजेंद्र प्रताप सिंह के पास अनिज संसाधन विभाग है. राजवर्धन दत्तीगांव प्रदेश के औद्योगिक निवेश और नीति का जिम्मा संभाल रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान लाख कोशिशों के बावजूद अपने मन की नहीं चलवा सके. और फिलहाल तो जीत सिंधिया की ही हुई है. #mpnews #Newslivemp #jyotiradityascidnia #shivrajsinghchouhan #madhyapradeshpolitics #vibhagbatwara #upchunav2020 #byelection2020