कुछ दिनों पहले सेवादल के मंच से दिग्विजय सिंह ने बिना नाम लिए सिंधिया और उनके मंत्रियों पर निशाना साधा था कि कुछ की आत्मा में संघ का विचार प्रवेश कर गया है… जिसके बाद दिग्गी और सिंधिया के बीच मनमुटाव की भी खबरें आ रही थीं… अब लगता है कि दिग्गी राजा का यह बयान सोची समझी साजिश के तहत दिया बयान है… दिग्गी और सिंधिया हमेशा से ही राजनीति की दो धुरी माने जाते हैं और दिग्गी ने कभी भी सरकार में सिंधिया के दखल को बर्दाश्त नहीं किया है…वहीं राजनीतिक पंडितों की माने तो दिग्गी हमेशा पार्टी लाइन पर ही बयान देते हैं और सिंधिया पार्टी से हटकर… जिसके कारण भी टकराव की स्थिति बनती है… आने वाले दिनों में लगता है सिंधिया समर्थक दिग्विजय के खिलाफ अपनी बयानबाजी तेज कर सकते हैं…. अगर ऐसा हुआ तो फिर कांग्रेस का संग्राम बढ़ जाएगा और अध्यक्ष के नाम की घोषणा टल जाएगी… जिससे पूरा फायदा दिग्गी और कमलनाथ को मिलने वाला है….