मध्यप्रदेश कांग्रेस का नया मुखिया कौन होगा इसको लेकर लगातार अटकलों का बाजार गर्म हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से सियासी हलके में कहा जा रहा है कि कमलनाथ पीसीसी चीफ का पद छोड़ेंगे। दो दिन पहले दिल्ली में कमलनाथ की सोनिया गांधी के साथ हुई मुलाकात को भी इसी संदर्भ में देखा जा रहा है कि कमलनाथ ने नए पीसीसी चीफ के बारे में सोनिया से चर्चा की है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक जहां सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाने की मांग कर रहे हैं वहीं कयास ये भी है कि कमलनाथ अपने खास बाला बच्चन को पीसीसी चीफ बनवाएंगे। अब तीसरी बात ये निकलकर आ रही है कि सोनिया गांधी प्रदेश में शक्ति का संतुलन बनाने के लिए दिग्विजय सिंह को पीसीसी चीफ बना सकती हैं। दिग्गी राजा के पीसीसी चीफ बनने पर किसी को एतराज या विरोध नहीं होगा और प्रदेश में बनने वाले अलग-अलग पॉवर पॉइंट भी नहीं बन पाएंगे। सिंधिया समर्थक भी दिग्गी के नाम पर सवाल नहीं उठा पाएंगे और न ही ज्योतिरादित्य सिंधिया खुलकर दिग्गी का विरोध कर पाएंगे। दिग्विजय सिंह के साथ समन्वय बना पाने में कमलनाथ को भी कोई तकलीफ नहीं होगी क्योंकि काफी पहले से दिग्विजय कमलनाथ को सपोर्ट कर रहे हैं। सोनिया गांधी के साथ दिग्विजय सिंह की जितनी अच्छी ट्यूनिंग है उतनी ज्योतिरादित्य सिंधिया की नहीं है और अब ये माना जा रहा है कि सोनिया और कमलनाथ दोनों की पसंद पर दिग्विजय सिंह का नाम ही खरा उतरता है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के रूप में दिग्विजय सिंह संगठन की कमान बेहतर संभाल सकते हैं और पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें सत्ता चलाने का भी अनुभव है इस लिहाज से सत्ता और संगठन के बीच समन्वय में भी दिग्विजय सिंह को कोई समस्या नहीं होने वाली।