बीजेपी सरकार में मंत्री रहे और पूर्व सांसद भी रहे जयभान सिंह पवैया हिजबुल के निशाने पर बताए जा रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद पवैया को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। दरअसल पवैया की छवि हिंदूवादी कट्टर राजनेता की है। इससे पहले 1996 में उन्होंने 50000 लोगों के साथ अमरनाथ यात्रा की थी उस वक्त भी उन पर आतंकी हमला होने की कोशिश की गई थी पर दो आतंकियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। वह बजरंग दल के राष्ट्र प्रमुख भी रहे और इस दौरान बाबरी विध्वंसमें शामिल भी हुए। और इस मामले के मुख्य आरोपी भी बनाए गए। इसके बाद से ही वह हिजबुल के रडार पर बताए जा रहे हैं। एक बार फिर यही जानकारी मिलने के बाद Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। जिसमें 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं जिनमें से एक या दो कमांडो लेवल के और पी एस ओ लेवल के अधिकारी भी होते हैं । पवैया चौबीसों घंटे सुरक्षा बलों के घेरे में ही रहेंगे।