मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे विधायकों की नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। ताजा उदाहरण समाजवादी पार्टी के इकलौते विधायक राजेश शुक्ला का है। राजेश शुक्ला ने आरोप लगाया है कि सरकार के मंत्री विधायकों की बात नहीं सुनते और खुद को भगवान समझते हैं। शुक्ला ने आरोप लगाया है कि उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी से कुछ काम कहा था तो इमरती देवी ने उन्हें टका सा जवाब दिया था कि हम कमलनाथ के गुलाम नहीं हैं और न ही समाजवादी पार्टी के गुलाम हैं। राजेश शुक्ला के इस बयान के बाद प्रदेश में सियासी बवाल मचा हुआ है। राजेश शुक्ला का ये भी आरोप है कि वे वन मंत्री उमंग सिंघार के पास भी काम से गए थे तो सिंघार ने उन्हें डेढ़ घंटे से ज्यादा इंतजार कराया। आपको बता दें कि पहले भी सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा की नाराजगी सामने आई थी इसके बाद बसपा विधायक रामबाई परिहार ने भी खुलकर सरकार के खिलाफ बयानबाजी की थी और अब सपा विधायक राजेश शुक्ला के इस बयान के बाद लग रहा है कि कमलनाथ सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है।