लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों का दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में ही हाल बेहाल हैं। सरकार चाहे कोई भी हो लेकिन पत्रकारों के हित के लिए आज तक किसी सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। और यही कारण है कि आए दिन पत्रकारों को धमकियां मिल रही है और मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला विदिशा जिले की लटेरी से सामने आया है जहां एक अखबार के संवाददाता को पोस्ट के जरिए मिली चिट्ठी में जान से मारने की धमकी दी गई है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में छात्रों की ड्रेस के मामले की खबरें प्रकाशित करना और मामले की उच्च अधिकारियों से जांच कराने को लेकर पत्रकार ने प्रयास किए गए थे। इसी को लेकर अधिकारियों ने आजीविका मिशन कार्यालय में कार्रवाई करते हुए यह घोटाला उजागर किया था। जिसके बाद पत्रकार को यह धमकी भरा खत मिला है। हालांकि इससे पहले भी पत्रकार प्रशांत कटियार को धमकियां दी जा चुकी हैं। जिसके बाद स्थानीय पत्रकारों ने एकजुट होकर लटेरी थाना प्रभारी अजय दुबे को आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है।