कांग्रेस के लिए राम मंदिर का मुद्दा गले की फांस बन गया है. अपने पुराने एजेंडे के तहत राम मंदिर की खिलाफत करना अब कांग्रेस के लिए भारी साबित हो रहा है. और राम मंदिर बनने पर खुशी जताना तो और भी महंगा साबित हो रहा है. हाल ही में पूर्व सीएम कमलनाथ ने राम मंदिर बनने पर एक वीडियो जारी किया. और मंदिर निर्माण पर खुशी जताई कहा कि हर हिंदु का सपना साकार हो रहा है. ये कहते हुए हनुमान भक्त कमलनाथ के पीछे हनुमानजी की बड़ी सी पेटिंग भी नजर नहीं आई.
कमलनाथ के इस वीडियो पर सियासी बवाला आना था. आया भी. लेकिन मुस्लिम समाज की जो प्रतिक्रिया सामने आई चौंकाने वाली थी. क्योंकि कांग्रेस का चेहरा हमेशा ही सेक्युलर रहा है. बीजेपी के हिदुत्व और कांग्रेस के हिंदुत्व के बीच हमेशा के एक महीन सी लकीर रही है जो दोनों को एक दूसरे से अलग करती है. पर राम मंदिर बनना कभी सॉफ्ट हिंदुत्व यानि कि कांग्रेस वाले हिंदुत्व का हिस्सा नहीं रहा. बल्कि कांग्रेस पर इस मुद्दे की आड़ में राजनैतिक रोटियां सेंकने के आरोप ही लगते रहे हैं. ऐसे में मंदिर बनने पर खुशी जता कर कमलनाथ अपने परमानेंट मुस्लिम वोटर्स को नाराज कर दिया है. देश में मुस्लिम समाज के सबसे बड़े पैरोकार असदुद्दीन ओवैसी ने कमलनाथ का ये वीडियो ट्वीट कर बड़ी तीखी प्रतिक्रिया दी है. ओवैसी ने लिखा कि जालिम, दिल की बात जुबां पर आ ही गई. इसके आगे ओवैसी ने लिखा कि इतने पर ही आपको रूकना नहीं चाहिए. मेरा सुझाव है कि देशभर में स्थित कांग्रेस ऑफिस से अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी पहुंचाई जानी चाहिए. ओवैसी की इस नाराजगी को मुस्लिम समाज की नाराजगी के रूप में देखा जा रहा है. जिसका खामियाजा कमलनाथ को आने वाले उपचुनाव में भुगतना पड़ सकता है. #mpnews #newslivemp #owaisi #kamalnath