Kamalnath लेंगे कार्यकर्ताओं की वफादारी का टेस्ट. फेल हुए तो मिलेगी बड़ी सजा.

उपचुनाव से पहले कमलनाथ से अपने कार्यकर्ताओं के लिए कुछ खास इम्तिहान तैयार किए हैं. बहुत जल्द कार्यकर्ताओं को ये टेस्ट देना होगा. वर्ना उनकी पार्टी से छुट्टी हो सकती है. जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी है. तब से ये डर हमेशा बना रहता है कि कौन सा कार्यकर्ता बिन पेंदी का लौटा बन जाए. और दूसरी पार्टी में लुढ़क जाए. ये जानने का बहुत ही अच्छा तरीका निकाला है पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने. कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि कार्यकर्ता या तो कांग्रेस के वफादार हो सकते हैं या सिंधिया के. कांग्रेस में रह कर सिंधिया की वफादारी करने वाले कार्यकर्ता नहीं चलेंगे. और पार्टी के लिए अपनी वफादारी साबित करने के लिए हर कार्यकर्ता को एक इम्तिहान देना होगा. इसके लिए हर कार्यकर्ता को सिंधिया के खिलाफ बयान देना होगा. बकौल कमलनाथ जो सिंधिया के खिलाफ न बोल सके उसे पार्टी से बाहर कर दो. ग्वालियर चंबल के कार्यकर्ताओं के लिए ये बड़ी चुनौती है. क्योंकि वो कभी अपने महाराज के खिलाफ कुछ बोल ही नहीं सके. पर अब ये मजबूरी है. या तो उन्हें कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में जाना होगा. और अगर ऐसा नहीं हो सका तो उन्हें सार्वजनिक मंच से सिंधिया के खिलाफ बयानबाजी करनी होगी. सूत्रों के मुताबिक 19 जून को भोपाल में हुई एक बैठक में कमलनाथ ने कहा कि उपचुनाव वाली सीटों पर कार्यकर्ताओं से सिंधिया के खिलाफ बयान जारी करवाए जाएं. और जो इस काम में आनाकानी करे उस कार्यकर्ता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दो. यानि अब कांग्रेस के सिंधिया समर्थित कार्यकर्ताओं की मजबूरी होगी कि वो अपने महाराज के खिलाफ मुंह खोलें. ऐसा नहीं कर सके तो दरबदर की ठोकरें खानी होंगी. #kamalnath #mpnews #kamalnathtestloyalityofpartyworker #congressworker #congress #gwaliorchambal #jyotiradityascindia #upchunav2020 #byelection2020

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