MP में विधानसभा के बजट सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट है। माना जा रहा है कि कमलनाथ सरकार के कुछ मंत्रियों को हटाया जा सकता है और उनकी जगह नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। बीजेपी बार-बार कमलनाथ सरकार गिरने की धमकी दे रही है और इस धमकी से बचने के लिए कमलनाथ सरकार को निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायकों को साधना बेहद ज़रूरी है। खुद कांग्रेस के कुछ विधायक भी बार-बार असंतोष जताते रहते हैं वहीं शेरा भैया और रामबाई परिहार जैसे विधायक तो मंत्री नहीं बनाए जाने पर साफतौर पर कमलनाथ सरकार से समर्थन वापस लेने जैसी धमकी दे चुके हैं। वहीं लोकसभा चुनावों में करारी हार का ठीकरा भी कुछ मंत्रियों पर फूटना तय है। फिलहाल कैबिनेट में 28 मंत्री हैं और जानकारों के मुताबिक अभी 6 और मंत्री बनाए जा सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंत्री प्रियव्रत सिंह, महेंद्र सिंह सिसोदिया, लाखन सिंह और हर्ष यादव को हटाया जा सकता है। वहीं वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री केपी सिंह, एंदल सिंह कंषाना, बिसाहू लाल के साथ ही निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा भैया को मंत्री बनाया जा सकता है। सपा और बसपा की अगर बात करें तो सपा के एकमात्र विधायक राजेश शुक्ला के भी मंत्री बनने के चांस हैं वही BSP की ओर से भिंड विधायक संजीव सिंह संजू को मंत्री बनाया जा सकता है, रामबाई के फिलहाल मंत्री बनने के चांस कम नजर आ रहे हैं।