मध्यप्रदेश में अब कांग्रेस के महाराजा और मुख्यमंत्री कमलनाथ में 20-20 की नौबत आ
गई है। जी हां कमलनाथ ने अब महाराजा सिधिया को चुनौती दे डाली है। चुनौती है कि वो
उनके खिलाफ सडको पर उतरे लेकिन सबसे बडी बात ये है कि अगर सचमुच सिंधिया ने
कमलनाथ की बात को दिल पर ले लिया तो क्या होगा। क्योकि अगर सिंधिया सरकार के
खिलाफ सडको पर होगे तो उनके समर्थक मंत्री भी सडको पर होंगे और बीजेपी की बल्ले
बल्ले होगी , साथ ही कही न कही सरकार की साख और विश्वास के साथ साथ विधायको
की संख्या भी खतरे में पड सकती है सीधा सीधा कहे तो सरकार गिरने की हालात भी बन
सकते है। लेकिन सबसे बेखबर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तो सिधिया को चुनौती दे दी है।
दरअसल सिंधिय़ा जब जब मध्यप्रदेश दौरे पर आते है सरकार को लेकर बयानबाजी करना
और लगातार शक्ति प्रर्दशन करना उनकी आदत में शुमार हो गया है. इसी तरह का बयान
उन्होंने दो दिन पहले टीकमगढ में दे दिया, इसके बाद बताते है कि दिल्ली की कोर्डिनेशन
कमेटी की बैठक में भी दोनो नेताओ के बीच नोक झोक हुई जिसके बाद कमलनाथ ने ये
बयान दिया। लेकिन हम तो फिर कहेगे कि बयानबाजियो तक तो मामला ठीक है लेकिन
अगर महाराज ने इसे दिल पर ले लिया तो कांग्रेस का हाल बेहाल हो सकता है।