मध्यप्रदेश में भाजपा सत्ता से बाहर हो गई है, कमलनाथ कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री चुन लिए गए हैं अब भाजपा को ये तय करना है कि उनकी तरफ से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा। हालांकि भाजपा के कई नेता बयान दे रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान को नेता प्रतिपक्ष बनना चाहिए लेकिन जहां पार्टी हाई कमान, आरएसएस और खुद शिवराज सिंह नहीं चाहते कि वो नेता प्रतिपक्ष बनें। शिवराज के अलावा पार्टी में नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह में से किसी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है। इन तीनों ही नेताओं को लंबा अनुभव है और वे अच्छे वक्ता भी हैं। खास बात ये है कि एससीएसटी एक्ट के चलते पार्टी की फजीहत के बाद संघ और भाजपा के कई नेता नहीं चाहते कि शिवराज नेता प्रतिपक्ष बनें और संभावना जताई जा है कि किसी ब्राह्मण या सवर्ण नेता को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए। नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव ये दोनों ही कसौटियों पर खरे उतरते हैं।
ये हो सकते हैं नेता प्रतिपक्ष
नरोत्तम मिश्रा – दतिया विधायक
छह बार से विधानसभा के सदस्य के रूप में लंबा अनुभव, अच्छे वक्ता, संसदीय कार्यमंत्री, जनसंपर्क मंत्री सरकार के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया। उनकी पहचान भाजपा के संकटमोचक के रूप में होती है।
गोपाल भार्गव – रहली विधायक
आठ बार से लगातार विधायक गोपाल भार्गव को विभिन्न मंत्रालयों का गहरा अनुभव है, प्रखर वक्ता भी हैं।
भूपेंद्र सिंह- खुरई विधायक
विधानसभा सदस्य के रूप में लंबा अनुभव, प्रदेश के गृहमंत्री भी रह चुके हैं।