सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मिनी मंत्रिमंडल का गठन किया। मंत्रिमंडल में किसको क्या मिला सब ने देखा । मंत्रिमंडल छोटा ही है लेकिन उसके बावजूद बीजेपी नेताओं का कद बढ़ा है । नरोत्तम मिश्रा जिन्हें पिछली सरकार में जनसंपर्क मंत्री बनाया गया था वह स्वास्थ्य विभाग जैसा अहम विभाग संभाल रहे हैं और दूसरा अहम विभाग गृह भी नरोत्तम मिश्रा के ही पास है। इसके अलावा जो एक और सबसे अहम विभाग है कृषि, वह भी बीजेपी के ही नेता याने की कमल पटेल के पास है ।कुल मिलाकर देखा जाए तो सिर्फ पांच मंत्रियों के बीच भी जो दो सिंधिया समर्थक शामिल किए गए हैं उन्हें कोई दमदार विभाग नहीं दिया गया है । उप मुख्यमंत्री बनते बनते तुलसीराम सिलावट सिर्फ जल संसाधन विभाग लेकर बैठे हैं। और गोविंद सिंह राजपूत खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग लेकर बैठे हैं । सवाल यही उठता है कि अपने समर्थकों की अनदेखी पर ज्योतिरादित्य सिंधिया आखिर खामोश क्यों है। राजनीतिक गलियारों में यह खबर है कि संभवतः सिंधिया को मोदी कैबिनेट में अहम पद मिलने वाला है । वह जैसे ही राज्यसभा के जरिए संसद तक पहुंचेंगे उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया जाएगा। यह माना जा रहा है कि इसी ऑफर के बाद सिंधिया ने अपने समर्थकों की चिंता छोड़ दी है। हालांकि समर्थक खाली हाथ नहीं रहेंगे उन्हें कुछ ना कुछ तो जरूर मिलेगा लेकिन ओहदा पिछली बार की तुलना में कितना बढ़ेगा यह नहीं कहा जा सकता। वैसे समर्थकों के लिए उम्मीद की किरण अभी बाकी है, क्योंकि अभी शिवराज कैबिनेट का विस्तार होना है । कोरोना संकट निपटने के बाद उपचुनाव होंगे और उसके बाद सिंधिया समर्थकों को उम्मीद है कि उन्हें बेहतर स्थान मिलेगा।