मध्यप्रदेश में चल रही सियसी उठापठक में जो नेता सिरे से गायब हैं वो हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया. सिंधिया शुरू से लेकर अब तक कहीं नजर नहीं आए हैं जबकि सरकार बचाने का पूरा जिम्मा दिग्विजय सिंह और खुद सीएम कमलनाथ संभाल रहे हैं. इस बीच जो खबरें आ रही हैं उसे सुनकर लगता है कि सिंधिया खेमा तो खुद ही कांग्रेस में बचता नजर नहीं आ रहा. सिंधिया के विश्वास पात्र और करीबी नेता उनका साथ छोड़ते नजर आ रहे हैं. ये इशारा कर रहा है खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल का ताजा बयान. कल तक प्रदीप जायसवाल का एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें प्रदीप जायसवाल ये कह रहे थे कि जरूरत पड़ी तो वो पार्टी बदल सकते हैं. लेकिन आज उनके सुर बदले हुए हैं जायसवाल ने साफ कह दिया है कि वो कमलनाथ के साथ हैं. उनके और कमलनाथ के बहुत पुराने संबंध है. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कह डाला कि उनके बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. हाल ही में वो दूसरे सिंधिया समर्थकों के साथ दिल्ली भी रवाना हो चुके हैं. ये हालात देखकर लगता है कि सिंधिया सिर्फ वरिष्ठ नेताओं के बीच ही नहीं अपने समर्थकों के बीच भी अकेले पड़ते नजर आ रहे हैं.