भारत को चांद पर ले जाने वाले महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 2 के साथ मध्यप्रदेश का भी काफी गहरा नाता है। चंद्रयान-2 मिशन के साथ देशभर के 1 हजार से ज्यादा वैज्ञानिक जुड़े हुए हैं। जिसमें मध्यप्रदेश के कई वैज्ञानिक भी शामिल हैं। रतलाम के रहने वाले साइंटिस्ट हिमांशु शुक्ला भी उनमें से एक हैं। रतलाम के अलकापुरी इलाके के रहने रहने वाले हिमांशु शुक्ला ने उज्जैन से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। हिमांशु ने चंद्रयान -2 के बूस्टर को तैयार करने में योगदान दिया है। हिमांशु ने कई दिनों तक लगातार काम करके इस सैलेटाइट को तैयार करने में योगदान दिया। हिमांशू के अलावा कटनी के कैमोर की रहने वाली मेघा भट्ट ने डेटा एनालिस्ट के रूप में चंद्रयान-2 में योगदान दिया है। मेघा ने 2004 में जबलपुर की रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में MSc की डिग्री लेने के बाद जर्मनी से पीएचडी की है। चंद्रयान-2 जो भी डेटा भेजेगा उसका एनालिसिस मेघा करेंगी। इन दोनों वैज्ञानिकों के अलावा सतना के करसरा गांव के रहने वाले ओम पांडेय भी चंद्रयान-2 मिशन से जुड़े हैं। ओम पांडेय चंद्रयान-2 की मॉनिटरिंग, ट्रैकिंग और कमांड के काम से जुड़े हैं। इस तरह मध्यप्रदेश का भी चंद्रयान-2 के साथ इन वैज्ञानिकों के जरिए गहरा कनेक्शन जुड़ा है।