1984 के सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट से सजा होने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद का नाम इससे जोड़े जाने पर सफाई दी है। भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि न तो उनके नाम कोई केस है न तो कोई एफआईआर दर्ज हुई है और न ही कोई चार्जशीट है। कमलनाथ ने कहा कि शपथ लेने के बाद उनका नाम इसमें घसीटा जा रहा है जबकि उन्होंने इससे पहले भी कई बार शपथ ली है।