मध्यप्रदेश की सरकार ने शराब से कमाई बढ़ाने की नई तरकीब जुटाई है। इसके तहत देसी शराब की दुकान पर अब विदेशी शराब भी बेची जा सकेगी। हालांकि आचार संहिता लागू हो जाने की वजह से सरकार इसे सीधे लागू नहीं कर सकती। इसलिए एक्साइज डिपार्टमेंट ने इस प्रस्ताव को मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पास भेजा था, जहां से इसे केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजा गया है। अगर केंद्रीय चुनाव आयोग परमीशन दे देता है तो सरकार लाइसेंस फीस में 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी करने के बाद शराब की दुकानों की नीलामी करेगी। आपको बता दें कि प्रदेश में लगभग 3200 शराब दुकानें हैं, जिसेमें 2250 देसी और लगभग 950 अंग्रेजी शराब की दुकानें हैं। अभी तक देसी शराब की दुकान पर देसी ही बिक सकती थी, विदेशी बेचे जाने का कोई प्रावधान नहीं था। नई व्यवस्था के तहत देसी शराब की दुकान का ठेकेदार यदि विदेशी बेचना चाहता है तो उसे जिला आबकारी अधिकारी के पास आवेदन करना होगा, जिसे अनुमति के लिए कलेक्टर के पास भेजा जाएगा, जहां से अनुमति के बाद उसे विदेशी शराब बेचने की अनुमति मिल जाएगी। ठेकेदार को अंग्रेजी शराब बेचने के लिए अलग से एक्साइज ड्यूटी की राशि जमा करनी होगी यानी सरकार ने कमाई का नया जरिया निकाल लिया है। देसी शराब की दुकानों की संख्या ज्यादा होने से सरकार को 1500 करोड़ रु. का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।