मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह के शासनकाल में बिजली गुल होने से परेशान लोगों ने पंद्रह सालों तक कांग्रेस को सत्ता से बाहर रखा। अब प्रदेश में फिर कांग्रेस की सरकार है और बिजली की आंख मिचौली भी शुरू हो गई है। इसे संयोग कहें या कांग्रेस सरकार की गैरजिम्मेदारी कि उनके शासनकाल में ही बिजली गुल होना शुरू हुई है। शुक्रवार को प्रदेश के कई इलाकों में तेज आंधी-तूफान के कारण घंटों तक बिजली गुल रही। लोगों का कहना है कि प्रदेश में एक बार फिर ढिबरी युग की वापसी हो गई है। लोग एक बार फिर से दिग्गी राजा के शासन की याद करके डरने लगे हैं। हालांकि सुना गया है कि खुद दिग्विजय सिंह बिजली की इस आंखमिचौली को लेकर चिंतित हैं और अपने कार्यकर्ताओं की बैठक में इसका इल्जाम बीजेपी पर लगा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कार्यकर्ताओं की बैठक में दिग्गी राजा ने कहा कि बिजली कंपनी के सब इंजीनियर बीजेपी के नेताओं के साथ मिलकर प्रदेश में बिजली गुल करवा रहे हैं ताकि उनकी बदनामी हो और लोग बिजली जाने के लिए लोग कांग्रेस सरकार को दोषी मानें। दिग्विजय सिंह का कहना था कि उन्होंने सबूत के साथ इसकी शिकायत सीएम कमलनाथ से भी की है और वे बिजली कंपनी के दोषी कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा कायम करेंगे। अब दिग्गी राजा चाहे जो भी कहें लेकिन प्रदेश में बिजली जाते ही लोगों को उनके शासनकाल की याद आ जाती है तो ये कहीं न कहीं उनकी गलती है और प्रदेश में यही हालात रहे तो मान लिया जाएगा कि MP में फिर से ढिबरी युग की वापसी हो गई है।