नरेंद्र सिंह तोमर के लिए इस बार कठिन है लोकसभा की राह?

एट्रोसिटी एक्ट में बदलाव को लेकर अनारक्षित वर्ग में उपजी नाराजगी ने केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ग्वालियर सीट के समीकरण उलट-पुलट दिए हैं। हाल के विधानसभा चुनावों में ये साफ जाहिर हो रहा है। भाजपा कांग्रेस के मुकाबले लगभग सवा लाख वोटों से पिछड़ रही है। लोकसभा चुनाव 2014 में तोमर की जीत में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले ग्वालियर के शहरी क्षेत्र में पार्टी बड़े अंतर से हारी है। विधानसभा चुनावों में भी तोमर शहरी सीटों पर ही अधिक सक्रिय रहे थे। ये भाजपा और केंद्रीय मंत्री तोमर के लिए चिंता का विषय बन गया है। ग्वालियर सीट से जीतने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर का सत्ता और संगठन में कद बढ़ा लेकिन उनके संसदीय क्षेत्र ग्वालियर को इसका कोई खास फायदा नहीं मिला। अब संभावना जताई जा रही है कि तोमर का संसदीय क्षेत्र बदला जा सकता है।

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