मध्यप्रदेश के पीएमटी महा घोटाले मे सीबीआई कोर्ट ग्वालियर ने फैसला सुनाते हुये आरोपी विकास महौर को आरोप प्रमाणित नहीं होने पर दोषमुक्त करार दिया है। घोटाले की जांच कर रही सीबीआई को यह पहला बड़ा झटका है । कोर्ट ने यह माना कि सीबीआई इस मामले मे प्रमुख गबाहो कि कोर्ट मे गबाही नहीं करा सकी साथ ही वह सबूतो की कड़ी जोड़ने मे भी नाकामयाब रही ।इससे यह सिद्ध नहीं हो पाया कि विकास महौर ने अपनी जगह किसी सॉल्वर को परीक्षा मे बैठाया था । विशेष न्यायधीश सीबीआई अजयकान्त पांडे की अदालत ने यह फैसला सुनाया है । दरअसल विकास माहौर पर यह आरोप था कि साल 2010 मे उसने अपनी जगह किसी सोल्वर को बैठकर एम बी बी एस मे दाखिला लिया था । व्यापम के व्हिसिल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी ने इस फैसले के बाद सीबीआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।