ग्रामीणों को मच्छरदानी बांटने और उन्हें मच्छर से होने वाली बीमारियों की जानकारी देने के लिए रखा गया। सरकार का कार्यक्रम एक बार फिर फेल हुआ है। यहाँ पहले तो पूरे कार्यक्रम में अव्यवस्था फैली रही। लोग धूप में खड़े होकर मच्छरदानी लेते रहे। और कई लोग तो सिर्फ इसलिए मच्छरदानी नहीं ले पाए क्योंकि उनकी आगनवाड़ी सहायिका ने उनको टोकन ही नहीं दिए थे। वहीं इसी दौरान डॉ. ठाकुर की मनमानी भी देखने को मिली। इस डॉ. ने सरकारी कार्यक्रम में ही अपने निजी क्लीनिक का जमकर प्रचार किया। पर किसी भी अधिकारी ने उसको रोकने की कोशिश नहीं की। हालांकि मीडिया की शिकायत के बाद जरूर एसडीएम ने मामले की जांच कराई और कार्रवाई करने की बात कही।