सिंधिया समर्थकों का कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला शुरू ही बस हुआ है और कांग्रेस इतने पर ही घबरा गई है. कहा जाता है कि दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है. कांग्रेस का भी वही हाल है. सिंधिया के पीछे पीछे कांग्रेस के नेता बीजेपी में शामिल हो गए. अब कार्यकर्ता भी कांग्रेस को धोखा दे रहे हैं. तो हाल ये है कि जो पार्टी नहीं बदलना चाहते थे उन्हें खुद कांग्रेस ने निकाल दिया है. शायद सबोटेज का डर रहा होगा. जिसके चलते कांग्रेस ने अपने ही कार्यकर्ताओं पर चला दिया है बर्खास्तगी का चाबुक. कांग्रेस ने एक साथ तीस युवा कांग्रेसियों को बर्खास्त किया है. ये सभी कांग्रेसी सिंधिया समर्थक बताए जा रहे हैं. खास बात ये है कि सभी बर्खास्त किए गये नेता उन चौबीस विधानसभा सीटों के हैं जहां जल्द ही उपचुनाव होने है. यानि कांग्रेस को भीतरघात की आशंकाएं सता रही हैं. जिसकी वजह से वो चुनाव हार सकती हैं. इसलिए कोई रिस्क न लेते हुए कांग्रेस ने पहले ही सिंधिया समर्थकों पर कार्रवाई कर दी है.