मध्यप्रदेश की कांग्रेस इकाई का अध्यक्ष बनने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को अभी और पापड़ बेलने पड़ेंगे. उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपने से पहले खुद पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी उनका इम्तिहान लेंगी. जिसमें वो अकेले नहीं होंगे खुद सीएम कमलनाथ भी उनके साथ होंगे. और टेस्ट इस बात का होगा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया, सीएम कमलनाथ के साथ कितना तालमेल बिठा पाते हैं. उसके बाद ही वो इस पद की कमान संभाल सकेंगे. दरअसल इसे पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का मास्टर स्ट्रोक कहें तो भी कुछ गलत नहीं होगा. जिन्होंने महाराष्ट्र चुनाव की जिम्मेदारी भी सिंधिया को सौंपी है और ये शर्त रखी है कि अब एमपी के सीएम भी यहां प्रचार के लिए पहुंचेंगे. जिनसे तालमेल बिठाने की जिम्मेदारी सिंधिया की होगी. अब अगर सिंधिया यहां कमलनाथ के साथ मिलकर अपना करिश्मा दिखाने में कामयाब रहे तो फिर हो सकता है कि सोनिया उन्हें प्रदेश कांग्रेस की बागडोर सौंप दें. सूत्रों के मुताबिक ये इम्तिहान ही फैसला करेगा कि प्रदेश का अगला अध्यक्ष कौन होगा.