मध्यप्रदेश की राजनीति में सिंधिया को लेकर सवाल और बवाल दोनों ही खड़े हो रहे हैं। सवाल ये कि सिंधिया को कौन प्रदेश की राजनीति से बाहर कर रहा है और सिंधिया को बाहर करने पर समर्थक बवाल कर रहे हैं। ग्वालियर चंबल अंचल के सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता अब खुलकर सिंधिया के पक्ष में लामबंदी कर रहे हैं। कमलनाथ सरकार में सिंधिया गुट के मंत्री भी सिंधिया के समर्थन में बयानबाजी करने लगे हैं। इन सभी की यही मांग है कि सिंधिया को महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी से वापस मध्यप्रदेश में बुलाकर सत्ता और संगठन की कमान सौंपी जाए। दतिया के कार्यकारी जिला कांग्रेस अध्यक्ष और जिला पंचातय सदस्य अशोक दांगी ने अपने लेटरहेड में एक लेटर जारी किया है जिसके मुताबिक अगर कांग्रेस पार्टी सिंधिया को प्रदेश में वापस बुलाकर सत्ता और संगठन की कमान नहीं सौंपती तो दांगी अपने पांच सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली जाकर कांग्रेस कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे और इसके बाद भी बात नहीं मानी गई तो वे और उनके साथी कार्यकर्ता कांग्रेस से सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।