वारासिवनी के लोग हमेशा से ही रेत के अवैध कारोबार और रेत माफियाओं से परेशान रहे हैं। लोगों ने समय-समय पर अपने स्तर पर रेत के इस काले कारोबार को रोकने के प्रयास भी किए हैं। पर अब तक सब कुछ नाकाफी साबित हुआ है। लेकिन जब निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को खनिज मंत्री बनाया गया तो लोगों को इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद थी। पर हकीकत लोगों की उम्मीद के विपरीत निकली क्षेत्र में रेत माफियाओँ के हौंसले और बुलंद हो चुके हैं। और खुलेआम रेत माफिया रेत की चोरी कर रहे हैं। इन रेत माफियाओं के राजनेताओं से संबंध होने के कारण प्रशासनिक अधिकारी भी इन पर कोई रोक नहीं लगाते हैं । और इनका धंधा बखूबी चल रहा है। साथ रेत माफियाओं ने इलाके में अपने मुखबिर भी छोड़ रखे हैं। जिससे पुलिस की छापेमारी की सूचना पहले ही रेत माफियाओं को लग जाती है। और वे अपना सामान लेकर फरार हो जाते हैं।