इतिहास में पहली बार बद्रीनाथ और केदारनाथ के कपाट तयशुदा तारीख को नहीं खुलेंगे। ऐसा पहली बार हुआ है जब इन मंदिरों के कपाट खुलने की तारीख बदली गई है अब केदारनाथ के कपाट 14 है और बद्रीनाथ के कपाट 15 मई को खुलेंगे। दरअसल मंदिरों के कपाट खुलने की तारीख रावल तय करते हैं। केदारनाथ और बदरीनाथ के रावल महाराष्ट्र केरल में फंसे हुए हैं और जब वह वापस उत्तराखंड लौटेंगे तो उन्हें पहले क्वॉरेंटाइन किया जाएगा लिहाजा तब तक कपाट खुलने की तारीख तय नहीं हो सकती। आपको बता दें बद्रीनाथ के कपाट खुलने की तारीख बसंत पंचमी को टिहरी महाराज के नरेंद्र नगर स्थित दरबाद में तय होती है। टिहरी महाराज की जन्म कुंडली देखकर राज्य ज्योतिष और मंदिर के अधिकारी यह दिन तय करते हैं। वर्तमान में टिहरी के राजा मनुजेंद्र शाह हैं। वहीं केदारनाथ मंदिर खुलने की तिथि शिवरात्री को उखीमठ में निश्चित की जाती है। जिसे वहां के पुजारी धर्माधिकारी और रावल तय करते हैं।