मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट के बीच भी विरोध के स्वर भी सुनाई देने लगे हैं । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मजबूरी यह है कि उन्हें किसी भी तरह कैबिनेट में सिंधिया समर्थकों को एडजेस्ट करना है। लेकिन जिसकी वजह से पार्टी के पुराने नेताओं की अनदेखी भारी पड़ सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी ने इस आशय के संकेत दे दिए हैं । आपको बता दें दीपक जोशी हाटपिपलिया से दो बार और भाग्य से एक बार विधायक रहे हैं। और शिवराज कैबिनेट में अहम विभाग संभाल चुके हैं। हाल ही में दीपक जोशी ने कहा है कि मेरे भी सारे विकल्प खुले हैं दीपक जोशी ने कहा कि अगर राजनीति का यही स्वरूप है तो मैं भी इसका प्रयोग जरूर करूंगा। दीपक जोशी के इस बयान को ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस से बीजेपी में आने से जोड़कर देखा जा रहा है । यानी अगर मंत्रिमंडल में अनदेखी हुई तो दीपक जोशी भी पाला बदल सकते हैं।