कोरोनावायरस में भारत में मिसाल कायम की है 130 करोड़ की जनता वाले देश में जहां आबादी का घनत्व भी दूसरे देशों की तुलना में काफी ज्यादा है वहां कोरोना के फैलने में तेजी दूसरे देशों के मुकाबले काफी कम है । सही समय पर लिए गए सही फैसले और उन्हें एग्जीक्यूट करने की सख्ती की वजह से भारत ये कर गुजरने में कामयाब हुआ है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स जैसे उद्योगपति भी भारत के प्रयासों की तारीफ कर चुके हैं । भारत में ही नहीं दूसरे देशों के लिए भी भारत ने कोरोनावायरस मज़बूत जमीन तैयार की है। दुनिया में तकरीबन 87 देश ऐसे हैं जो भारत के दम पर कोरोना से लड़ाई लड़ सकेंगे । आपको बता दें कि हाइड्रोक्सी क्लोरीन टेबलेट भारत ने 25 देशों को भिजवाई है ताकि वहां कोरोनावायरस का इलाज हो सके । इसके अलावा 31 अलग-अलग देशों में पैरासिटामोल अलग-अलग फॉर्म्स में बिछाई गई है । सिर्फ इतना ही नहीं दुनिया भर के 87 देशों के साथ भारत ने पेरासिटामोल और हाइड्रोक्सी क्लोरोफिल का कमर्शियल बेसिस पर सप्लाई भी शुरू कर दिया है ताकि किसी भी देश में कोरोनावायरस के इलाज में कोई परेशानी ना आए। इस तरीके से भारत दुनिया के आधे से ज्यादा देशों को कोरोना से लड़ाई के खिलाफ दवा रुपी हथियार सप्लाई करने वाला देश बन गया है।