विशाखापट्टनम में आज सुबह का सूरज धुंध के बीच उगा. पर धुंध बादलों की नहीं थी उस जहरीली गैस की थी जो विशाखापट्टनम पर मौत बनकर मंडरा रही थी. अलसुबह जब यहां के लोगों को नींद भी नहीं टूटी थी उस वक्त बेहोशी ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया. प्लास्टिक बनाने वाली कंपनी एलजी पॉलीमर उद्योग से रिसी गैस से सैकड़ों लोग बेहोश हो गए. खबर लिखे जाने तक मौत का आंकड़ा आठ पार कर चुका था. जिसमें एक बच्चा भी शामिल हैं. आसपास के बीस गांव खाली करवा लिए गए हैं. गैस कौन सी है इसका फिलहाल ठीक ठीक खुलासा नहीं हुआ है. पर माना जा रहा है कि ये स्टायरीन गैस है जिसके संपर्क में आने पर परिणाम घातक हो सकते हैं. ज्यादा मात्रा में स्टायरीन का संपर्क होने पर उल्टी, घबराहट, इरीटेशन, चक्कर आना और गंभीर मामलों में मौत तक हो सकती है. विशाखापट्टन में यही हो रहा है. ये गैस आमतौर पर प्लास्टिक और रेसिन्स बनाने के लिए उपयोग की जा सकती है. मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासन एक्टिव हो चुका है. खुद पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मामले पर नजर रख रहे हैं.