लॉकडाउन थ्री में शराब की दुकान खुली तो मोदी सरकार के इस फैसले परे तमाम सवाल उठने लगे. लेकिन एक अहम सवाल जो हर आदमी को जान लेना जरूरी है. वो ये कि ये शराब दुकान खोलना कितना जरूरी था. आर्थिक विशेषज्ञों और आरबीआई की मानें तो जीएसटी के अलावा शराब की बिक्री से वसूला गया टेक्स राज्यों की कमाई का बहुत बड़ा हिस्सा है. आबकारी की कमाई से राज्य दस से पंद्रह फीसदी तक टेक्स इक्ट्ठा करते हैं. यानि शराब की दुकाने बंद होने से राज्यों की कमाई भी बंद हो गई थी. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने खुद पत्र लिख कर मोदी सरकार से दरख्वास्त की थी कि राज्य में शराब के ठेके खोलने की मजूरी दी जाए. शराब की बिक्री से राज्यों को होने वाली आमदनी इन आंकड़ों से समझिए. साल 2019 में महाराष्ट्र ने शराब की बिक्री से 24 हजार करोड़ का राजस्व कमाया, उत्तरप्रदेश ने 26 हजार करोड़, तेलंगाना ने 21,500 करोड़, कर्नाटक ने 20,948 करोड़, पश्चिम बंगाल ने 11, 874 करोड़, राजस्थान ने 7,800 करोड़, पंजाब ने 56 सौ करोड़ और दिल्ली ने 55 सौ करोड़ का राजस्व कमाया. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शराब की बिक्री राज्यों की अर्थव्यवस्था के लिए कितनी जरूरी है. इसी के मद्देनजर सरकार ने शराब की दुकाने खोलने का फैसला किया है. ताकि राज्य सरकारें बड़े घाटे का शिकार न हो जाएं.
2019 में शराब बिक्री से कमाई
महाराष्ट्र ने
24000 करोड़
उप्र ने
26000 करोड़
तेलंगाना ने
21,500 करोड़
कर्नाटक ने
20,948 करोड़
पश्चिम बंगाल ने
11,874 करोड़
राजस्थान ने
7,800 करोड़
पंजाब ने
5600 करोड़
दिल्ली ने
5500 करोड़