दमोह संसदीय क्षेत्र से हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री डॉ रामकृष्ण कुसमरिया बाबा जी के अलावा प्रताप लोधी को उम्मीदवार बनाये जाने की खबरें है। माना जा रहा है कि इलाके के जातिगत समीकरणों को देखते हुए इन्हीं में से किसी को कांग्रेस का टिकट मिल सकता है। इसके बाद इलाके में लम्बे समय से कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रहे लोगों की नाराजगी बढ़ने लगी है। दिग्विजय सरकार में मंत्री रहे हटा के दिग्गज नेता राजा पटेरिया ने सार्वजनिक रूप से कांग्रेस की जातिगत राजनीति की निंदा की है। पटेरिया ने अप्रत्यक्ष रूप से सीएम कमलनाथ पर भी हमला बोला है, पटैरिया ने कहा कि जो लोग धंधा करते हैं उन्हेों राजनीति नहीं करना चाहिए और कांग्रेस को ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है। दरअसल सीएम कमलनाथ ही रामकृष्ण कुसमरिया को कांग्रेस में लेकर आये थे और उन्हें कमलनाथ की पसंद माना जा रहा है। दिग्विजय सरकार में मंत्री रहे पटेरिया को दिग्गी राजा का समर्थक माना जाता है। उनके कमलनाथ पर सीधे सीधे हमला बोलने से प्रदेश में कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर सामने आ गई है।