महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जो कुछ भी हुआ उसके बाद शरद पवार गेम चेंजर बन कर उभरे हैं. राजनीति के बड़े बड़े चाणक्य उनकी रणनीति नहीं समझ सके. महाराष्ट्र में पवार के इस करिश्मे के बाद अब देशभर के नेताओं को ये उम्मीद बंधी है कि जो राहुल गांधी नहीं कर सके वो शरद पवार करके दिखाएंगे. यानि विपक्ष की नैया अब पवार ही पार लगाएंगे. इस संबंध में ममता बैनर्जी ने शरद पवार को पत्र भी लिखा है. इस बात का खुलासा खुद पवार ने किया. ममता ने अपने पत्र में लिखा है कि आप जैसे लोगों को ही पहल करना चाहिए. बैठक बुलानी चाहिए और चर्चा भी करनी चाहिए. सत्ता के विकल्प के रूप में अब दूसरी पार्टियां शरद पवार पर ही भरोसा कर रही हैं. अब देखना ये है कि क्या पवार का पावर पश्चिम बंगाल में भी चलेगा.