कोरोना जब से फैला है तब से चीन पर इल्जाम लगते रहे हैं कि चीन की वजह से ही पूरी दुनिया कोरोना से परेशान है. हालांकि चीन हमेशा इस पर खामोश रहा. पर अब जो नए हालात बने हैं उसके बाद चीन को पूरी दुनिया के सामने बचाव में आना ही पड़ा. और ये सब हुआ है भारत के डब्ल्यूएचओ की एग्जिक्यूटिव बॉडी में चेयरमैन बनने से पहले. सोमवार को भारत समेत 120 से अधिक देश विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक में 120 देशों ने कोरोना पर जांच की मांग की. इसके लिए देशों ने ड्राफ्ट भी तैयार करके दिया. इस बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हुए. जिन्होंने पहली बार अपने बचाव में कुछ कहा पड़ा. जिनपिंग ने कहा कि वायरस सीमाओं को नहीं पहचानता. साथ ही ये भी कहा कि हमने जिनोम सिक्वेंस की जानकारी जल्दी ही दे दी थी. इस प्रस्ताव के अलावा सभी देशों ने एक सुर में कहा कि कोरोना के खिलाफ एकजुट हो कर लड़ना होगा.