ज्योतिरादित्य सिंधिया दल बदलकर बीजेपी में क्या शामिल हुए. कांग्रेस को झटका लगा. पर इसमें भी कांग्रेस को और खासतौर से कमलनाथ को आशा की किरण साफ नजर आने लगी है. अब सिंधिया के दल बदल को ही कमलनाथ उपचुनावों में अपना राम बाण बनाने वाले हैं. दरअसल कांग्रेस के दिग्विजय सिंह, अरूणयादव और खुद कमलनाथ जैसे नेता इस मामले पर रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. और तकरीबन सोलह सीटों पर यही जताने वाले हैं कि किस तरह सिंधिया ने पार्टी से दगा कर जनता को छला है. अब देखना ये है कि उपचुनाव में कमलनाथ का ये फॉर्मूला कितना कामयाब होता है.