सीएम शिवराज सिंह चौहान से अगर पूछा जाए कि मध्यप्रदेश की राजनीति में उमा भारती की क्या भूमिका होगी. तो शायद शिवराज उन तमाम भूमिकाओं के लिए ही इंकार कर दें जिसमें उमा भारती फिट हो सकती है. दोनों में खुलकर कोई मतभेद नहीं. पर आपसी अदावत भी किसी से छिपी नहीं है. जब उमा भारती ने प्रदेश की राजनीति में दोबारा एंट्री लेने की कोशिश की थी. पर शिवराज तब तक सीएम बन चुके थे. आलाकमान भी उन्हें डिस्टर्ब करने के मूड में नहीं थे क्योंकि बमुश्किल मध्यप्रदेश की सत्ता पटरी पर आई थी. ऐसे में उमा ने तमाम जतन किए पर एमपी की राजनीति में वापसी नहीं हो पाई. पर अब परिस्थितियां फिर अनुकूल हैं. उमाभारती की सक्रियता भी प्रदेश में बढ़ रही हैं. और मौजूदा आलकामान भी किसी तरह शिवराज का विकल्प ढूंढ निकालने पर अमादा है. ऐसे में उमा भारती के लिए ये सबसे माकूल माहौल है. जहां उन्होंने पैर जमाने के लिए अपनी पुरानी जमीन पर ही अवसर बनाने शुरू कर दिए हैं. बुंदेलखंड की ये तेजतर्रार नेता बुंदेलखंड से ही दोबारा राजनीति शुरू करने जा रही है. बड़ा मल्हरा से सीट खाली करवा कर प्रद्युम्न सिंह लोधी को लाभ के पद पर पहुंचाना इसी रणनीति का पहला कदम था. अब बड़ा मल्हरा में उमा सबसे मजबूत दावेदार हैं. इसी सीट से चुनाव लड़ कर वो विधानसभा तक पहुंची थी और सीएम भी बनी थीं. अब उसी इतिहास को दोहराने की तलबगार हैं. जिसके बाद से ये खबरें बेहद मजबूती से फैल रही हैं कि बड़ा मल्हरा से उमा की टिकट पक्की है. जहां से वो उपचुनाव लड़ेंगी #mpnews #newslivemp #cmshivrajsinghchouhan #madhyapradeshpolitics #bhopal