शिवराज ने जनसंपर्क जैसा मुख्य विभाग अपने पास क्यों रखा. ये सवाल होता है तो सीएम शिवराज सिंह चौहान का वो जवाब याद आता है जब उन्होंने कहा था कि मैं हर विभाग का मंत्री हूं. और आज जब कैबिनेट में विभाग बंटवारे की लिस्ट आई तो उसके आखिर में भी नोट लगा था. जिसमें लिखा था कि ऐसे सब विभाग जो किसी और मंत्री के पास नहीं है वो सब मुख्यमंत्री के पास हैं. ये नोट चौंकाता जरूर है पर इसमें नया कुछ नहीं है. इससे ज्यादा चौंकाने वाली बात है कि सीएम ने जनसंपर्क खुद अपने पास रखा है. जबकि जनसंपर्क संभालने के लिए उनके पास नरोत्तम मिश्रा जैसा इस विभाग का मंझा हुआ मंत्री है. जिसका खुद का जनसंपर्क बहुत स्ट्रॉन्ग है. इसके अलावा चर्चा ये भी थी कि जनसंपर्क किसी सिंधिया समर्थक की झोली में जाएगा. पर ये विभाग खुद संभाल कर सीएम ने साफ कर दिया है कि जनसंपर्क का काम वो खुद देखेंगे. क्या इसके पीछे कोई इनसिक्योरिटी है. क्या सीएम को ये फिक्र होने लगी है कि जनसंपर्क हाथ से निकला तो उनकी कैबिनेट का कोई और मंत्री या सिंधिया समर्थक उन पर हावि हो सकता है. या उपचुनाव के मद्देनजर शिवराज ने तय कर लिया है कि अपनी इमेज बिल्डिंग के लिए वो किसी अन्य पर भरोसा नहीं करेंगे. बल्कि खुद ही अपने प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी संभालेंगे. ऐसा होगा तो भी कोई आश्चर्य नहीं है. क्योंक उपचुनाव तक बहुत से हालात बदलेंगे. सीएम को ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे लोकप्रिय नेता के सामने अपनी इमेज को बड़ा करना है, ग्वालियर चंबल के नेताओं से निपटना है. सुना तो ये भी है कि फिलहाल आलाकमान उनसे खासे खुश नहीं है तो उनकी नजरों में भी खुद को बेस्ट साबित करना है. ऐसे में जनसंपर्क विभाग ही उनकी इमेज को पहले से ज्यादा मजबूत बना सकता है. शायद इसलिए इस विभाग पर उन्होंने अपनी पकड़ मजबूत रखी है.
#jansamparkvibhag #cmshivrajsinghchouhan #mpnews #shivrajcabinet #portfoliodistribution #vibhagonkabantwara #scindiasamarthak #dpr