बुरहानपुर के सभी अधिकारियों और फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। वजह है फर्जी शिक्षकों पर हो रही प्रशासनिक कार्रवाई। जिले में 2010 से 2018 के बीच कुल 129 शिक्षकों पर फर्जी दस्तावेजों और स्कूल में अनुपस्थित रहने के आरोप लगे हैं। जिस पर अब प्रशासन सख्त हो चुका है और इन सभी शिक्षकों को दस्तावेजों की जाँच कर रहा है। और आरोप सही पाये जाने पर निलंबित भी कर रहा है। जिसके चलते अब तक 35 शिक्षकों को निकाला जा चुका है और अन्य लोगों पर कार्रवाई जारी है। वहीं कार्रवाई के डर से 10 शिक्षकों ने आदेश मिलने के पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया है। इस पूरे मामले पर अनिल पवार का कहना है कि अभी तक कुल 35 शिक्षकों की सेवा समाप्त की गई है और अन्य लोगों पर कार्रवाई जारी है। साथ ही इन लोगों से वेतन भत्ते की वसूली भी की जायेगी।