मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भाजपा पर विधायकों को खरीदने की कोशिश के आरोप लगाए हैं। 7 जनवरी से शुरू हो रहे विधानसभा के पहले सत्र में अध्यक्ष के चुनाव के लिए कांग्रेस को चुनौती देने के लिए भाजपा भी अपना उम्मीदवार उतार सकती है। वहीं कांग्रेस का ये भी आरोप है कि सरकार गिराने के लिए भाजपा निर्दलीय और सपा बसपा के विधायकों के अलावा कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों को भी खरीदने की कोशिश कर रही है। खुद बसपा विधायक रामबाई ने इसकी पुष्टि की है।
बाइट- रामबाई परिहार बसपा विधायक
वीओ- मंत्री नहीं बनाए जाने से बसपा और सपा के विधायक तो नाराज हैं ही कांग्रेस के भी कुछ असंतुष्ट विधायक पार्टी से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश में भी हॉर्स ट्रेडिंग होने की संभावना जताई जा रही है।
बाइट- शिव अनुराग पटैरिया वरिष्ठ पत्रकार
वीओ- मध्यप्रदेश विधानसभा में ये पहला मौका है जब किसी पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है। और ऐसे में अगर विधानसभा में कांग्रेस अपना अध्यक्ष नहीं बना पाती है या जरूरत पड़ने पर बहुमत नहीं सिद्ध कर पाती है तो ये साबित हो जाएगा की मध्यप्रदेश में भी विधायक बिकाऊ हैं।