बुंदेलखंड इलाके के कद्दावर नेता रामकृष्ण कुसमरिया ने विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर दमोह और पथरिया से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और खुद तो नहीं जीते भाजपा को हराने में अहम भूमिका निभाई थी। अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस में शामिल होकर कुसमरिया दमोह या खजुराहो लोकसभा के उम्मीदवार बन सकते हैं। इन दोनों इलाकों में लोधी वोटरों की बहुतायत है और कुसमरिया भी लोधी समाज से आते हैं। लोधी समाज वैसे तो भाजपा का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है लेकिन विधानसभा चुनावों में भाजपा से छिटक गया है औऱ चार सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि कुसमारिया के कांग्रेस में आने को लेकर कांग्रेस के नेताओं में विरोध भी दिखाई दे रहा है। अब देखना है कि कांग्रेस की नाव पर सवार होकर कुसमरिया क्या खुद की और कांग्रेस की नैया बुंदेलखंड में पार लगा पाते हैं या नहीं।