खंडवा में दो दिन पहले सब-इंस्पेक्टर के के अग्रवाल पर नकाबपोशों ने गोली चलाई थी। अग्रवाल पहले एटीएस में पदस्थ थे और सिमी मामले की जांच से भी जुड़े हुए थे इसलिए पुलिस इस मामले में सिमी आतंकियों का हाथ होने का संदेह जता रही थी लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि सब-इंस्पेक्टर साहब का रंगीला मिजाज इसके लिए जिम्मेदार है।
खण्डवा एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के मुताबिक मामला त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है।
एसपी ने बताया कि 57 साल के अग्रवाल के सोनपुरा की रहने वाली 26 साल की शांति बाई लोधी से अवैध सम्बन्ध थे। वहीं शांति बाई के अवैध संबंध ओमनारायण बलाही नामक व्यक्ति से भी थे। सब इंस्पेक्टर अग्रवाल दबाव बनाकर अक्सर शांति को अवैध संबंध बनाने के लिए बुला लेते थे जिससे परेशान होकर उसने सबइंस्पेक्टर की हत्या की साजिश रचि ।
शांति बाई के प्रेमी ओमनारायण और राजकुमार बलाही ने सगीरूद्दीन नामक व्यक्ति से पिस्टल खरीदा और योजनाबद्ध तरीके से मंगलवार को हरसूद रोड पर सब इंस्पेक्टर के के अग्रवाल को गोली मारी थी।
इस मामले में हरसूद पुलिस ने आरोपी महिला सहित तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है