MP की BHOPAL LOKSABHA SEAT पर साध्वी प्रज्ञा जीत गई हैं, दिग्विजय सिंह हार गए हैं। और दिग्गी राजा की जीत का दावा करने वाले बाबा फरार हैं। दिग्विजय सिंह की जीत का दावा करने और नहीं जीतने पर जीवित समाधि लेने की घोषणा करने वाले स्वामी वैराग्यनंद दिग्गी की हार के बाद से ही गायब हैं। कंप्यूटर बाबा का भी अता पता नहीं है। इन स्वामी ने एक निजी चैनल से बातचीत में दावा किया था कि अगर दिग्विजय सिंह को सफलता नहीं मिलती है तो स्वामी जी जीवित समाधि ले लेंगे। आप भी सुनिए..लेकिन जैसे ही रिजल्ट आया उसके बाद तो ये बाबा समाधि लेने के बजाय भूमिगत हो गए। किसी जागरुक व्यक्ति ने बाबा जी को उनकी समाधि की याद दिलाने के लिए फोन किया तो बाबाजी साफ मुकर गए और उल्टे फोन करने वाले व्यक्ति पर ही दोषारोपण करने लगे। ऐसा ऑडियो भी सोशल मीडिया पर काफी सुना जा रहा है। हालांकि हम इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करते।तो आप समझ गए होंगे कि दिग्विजय सिंह ने खुद को साध्वी प्रज्ञा से बेहतर हिंदू साबित करने के लिए ऐसे फर्ज़ी बाबाओं का सहारा लिया जिन्होंने उन्हें जितवाने के बजाय उनके खिलाफ ही माहौल बना दिया और दिग्विजय सिंह अपने ही जाल में उलझ कर हार गए। समाधि लेने का दावा करने वाले बाबा फिलहाल गायब हैं और हो सकता है अगले चुनाव से पहले कहीं नज़र भी न आएं।