गुना शिवपुरी इलाके से लोकसभा का चुनाव हार चुके और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया अब महीने भर बाद एक और चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। हालांकि ये चुनाव सिंधिया पहले जीत चुके हैं। 2014 में सिंधिया ने बीजेपी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय को हराकर एमपीसीए के प्रेसिडेंट का चुनाव जीता था। इस साल सितंबर-अक्टूबर में पांच साल के बाद MPCA के चुनाव होने जा रहे हैं और जानकारी के मुताबिक सिंधिया फिर ये चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। हालांकि एमपीसीए के प्रेसिडेंट की योग्यता के मानकों में सार्वजनिक पद पर रहने वाला व्यक्ति यानी सांसद, विधायक, मंत्री भी बोर्ड या राज्य क्रिकेट संघ चुनाव नहीं लड़ सकता है। लेकिन चूंकि सिंधिया लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं और किसी भी सार्वजनिक या संवैधानिक पद पर नहीं हैं इसलिए वे ये चुनाव लड़ सकते हैं। BCCI की प्रशासनिक समिति ने बोर्ड के साथ ही एमपीसीए और अन्य सभी राज्य क्रिकेट संघों की मैनेजिंग कमेटी के चुनाव की टाइमलाइन तय कर दी है। 14 सितंबर तक चुनाव खत्म कराए जाएंगे। राज्य संघों के चुनाव के बाद सभी संघ अपने यहां से एक प्रतिनिधि बोर्ड को भेजेंगे और इसके बाद बोर्ड के चुनाव 22 अक्टूबर तक खत्म हो जाएंगे। एमपीसीए में पांच साल बाद चुनाव होंगे। साल 2014 में हुए चुनाव के बाद से अब तक एजीएम ही होती आ रही है।