सोनिया गांधी के एक बार फिर कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल गांधी के समय हाशिये पर चले गए कांग्रेस के कई नेता फिर से पार्टी की मेनस्ट्रीम में वापस आ सकते हैं। मध्यप्रदेश में भी कहा जा रहा है कि सोनिया के अंतरिम अध्यक्ष बनने से कमलनाथ और दिग्विजय सिंह फिर से पार्टी की केंद्रीय राजनीति में मजबूत स्थिति में आ सकते हैं। दरअसल राहुल गांधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद देश भर में उम्रदराज नेताओं को दरकिनार कर युवा नेताओं को सक्रिय किया था और उन्हें पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपीं थीं। हालांकि जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए सोनिया ने कमलनाथ के नाम पर सहमति दी थी जबकि युवा नेतृत्व के रूप में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कतार में थे। संजय गांधी के दोस्त और राजीव गांधी के समय गांधी परिवार के काफी करीबी रहे कमलनाथ राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद उतने करीबी नहीं रह गए थे जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया की राहुल गांधी से निकटता बढ़ गई थी। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह भी सोनिया के कार्यकाल में पार्टी की केंद्रीय राजनीति में काफी अहम स्थान रखते थे लेकिन राहुल के आने के बाद उनकी पूछपरख भी कम हो गई थी। अब जबकि सोनिया फिर से अंतरिम अध्यक्ष बन गई हैं तो माना जा रहा है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं की पूछ-परख पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में बढ़ सकती है और ये एक बार फिर से मजबूत हो सकते हैं वहीं माना जा रहा है कि राहुल के जाने के बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे युवा नेताओं का महत्व घट सकता है।