विदेश में रहने वाले युवाओं की पहल ने दमोह के जबेरा क्षेत्र के एक गांव को स्मार्ट गांव बना दिया…. इस गांव में जहां साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है…. वहीं हर घर को खूबसूरत बनाने के लिए भी गांव के लोगों ने स्वयं प्रयास किया है, और इसमें सहयोग किया है…. जिसकी तारीफ केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल स्वयं कर चुके हैं उनका कहना है कि ऐसे ही युवाओं के द्वारा अगर काम किया जाए तो सभी गांव स्मार्ट गांव बन सकते हैं…ग्राम पड़रिया थोवन को स्मार्ट गांव फाउंडेशन की मदद से स्मार्ट गांव का तमगा मिला है…. कुछ दिन पूर्व दमोह पहुचे केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री ने भी इस गांव का निरीक्षण कर स्मार्ट गांव की लॉन्चिंग की… साथ ही गांव के लोगों के प्रयास की सराहना करते हुए इसी प्रकार से और भी गांव के स्मार्ट बनाए जाने की आशा भी जताई…. दरअसल अमेरिका में रहने वाले इस विधानसभा के कुछ युवाओं ने स्मार्ट गांव की परिकल्पना की थी… उन्होंने अपने पैसों का सहयोग देकर इस गांव को स्मार्ट गांव बनाने का उपक्रम शुरू किया…. और तैयार हो गया ढाई सौ की आबादी वाला यह गांव स्मार्ट गांव… यह गांव पूरी तरीके से खेती पर ही निर्भर है….. स्मार्ट गांव में सभी लोग खुद ही अपने घर के और अपने गांव की गली को रोज साफ सफाई करते हैं… गांव के लोगों का कहना है कि गांव में प्लास्टिक पूरी तरह प्रतिबंधित है…. गांव के सभी लोग अपने साथ एक थैला लेकर चलते हैं जिससे उन्हें प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना पड़े…. इस गांव में सुंदरता को लेकर भी खासा ख्याल रखा गया है…. और सभी घरों की दीवाल पर पेंटिंग बनाई गई है…. यह पेंटिंग भी एक संदेश देती हैं जो साफ-सफाई शिक्षा स्वास्थ्य नशा मुक्ति और रोजगार से प्रेरित होती हैं…. यहां के युवाओं का कहना है कि जल्दी इस गांव में वाईफाई भी उपलब्ध होगा…. इस गांव में सभी बच्चे स्कूल जाते हैं और सबसे अच्छी बात गांव की है… कि गांव स्मार्ट बनाने से पहले यहां के युवाओं ने यहां के स्कूल को स्मार्ट बनाया… यह बच्चों के लिए आधुनिक फर्नीचर दिया जो सुंदरता के साथ-साथ बच्चों को स्कूल जाने के लिए भी प्रेरित करता है… न्यूजलाइव एमपी के लिए दमोह से विवेक सेन की रिपोर्ट