कांग्रेस के टिकट पर विधायक आदिवासी नेता हीरालाल अलावा ने अब खुलकर सरकार के फैसलों का विरोध करना शुरू कर दिया है। हीरालाल अलावा ने ट्वीट करके कहा है कि आदिवासी इलाकों में संसाधनों पर पहला हक आदिवासियों का है, यह बात सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है। दरअसल झाबुआ जिले की राक फास्फेट खदान को निजी हाथों में दिए जाने के फैसले के खिलाफ किए गए एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए हीरालाल अलावा ने ये सवाल उठाया है। आपको बता दें कि पहले भी हीरालाल अलावा आदिवासियों की जमीन निजी हाथों में दिए जाने का विरोध करते हुए सीएम कमलनाथ को लेटर लिख चुके हैं। अब हाल ही में इस ट्वीट के जरिए अलावा ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए हैं। आपको बता दें कि हीरालाल अलावा जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन के संरक्षक हैं लेकिन कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते हैं और मंत्री नहीं बनाए जाने पर अक्सर अपनी नाराजगी जताते रहते हैं।