संस्कारधानी जबलपुर में पिछले कई सालों से संस्कार कावड़ यात्रा ने अपनी अलग पहचान बनाई है। इस कांवड़ यात्रा में हजारों की संख्या में कांवड़िये शामिल होते हैं। सावन के दूसरे सोमवार को ग्वारीघाट में नर्मदा तट से कैलाशधाम मटामर तक 35 किलोमीटर लंबी यात्रा की शुरुआत हुई। जानकारी के मुताबिक इस कांवड़ यात्रा में 51 हजार कांवड़िए शामिल हो रहे हैं। सुबह 7 बजे नर्मदा पूजन के साथ ग्वारीघाट सिद्धघाट से शुरू हुई इस यात्रा का उद्देश्य भगवान शिव के जलाभिषेक के साथ मटामर की पहाड़ी पर पौधारोपण भी है। कांवड़िये अपने साथ कांवड़ में जल के साथ-साथ एक पौधा भी लेकर जा रहे हैं। ये पौधे रोड के डिवाइडर में खाली जगहों पर भी लगाए जाएंगे। कांवड़ यात्रा ग्वारीघाट से रेतनाका, रामपुर चौक, आदि गुरु शंकराचार्य चौक, शास्त्री ब्रिज, तीन पत्ती, मालवीय चौक, बड़ा फुहारा, सराफा, गलगला, घमापुर चौक, कांचघर, सतपुला, गोकलपुर होते हुए खमरिया मटामर पहुंचेगी।