ज्योतिरादित्य सिंधिया बीते कुछ महीनों से सक्रीय हैं खासतौर से अपने क्षेत्र के लिए उनकी सक्रियता देखने लायक है. और अब हो सकता है जल्द ही उन्हें अपनी मेहनत का फल भी मिल जाए. क्योंकि जो नया डेवलेपमेंट है उसे देखते हुए लगता है कि अब उनके संसद जाने का रास्ता साफ हो गया है. दरअसल उन्हें हराने वाले बीजेपी नेता केपी यादव का जाति प्रमाण पत्र निरस्त हो गया है. सोमवार को मुंगावली एशडीएम ने यादव और उनके बेटे का जातिप्रमाण निरस्त कर दिया. अपने बेटे को पिछड़ा वर्ग आरक्षण का फायदा दिलाने के लिए यादव ने आय आठ लाख से कम बताई थी. जबकि लोकसभा चुनाव के दौरान यादव ने अपनी 39 लाख बताई. जिसके आधार पर एसडीएम ने ये कार्रवाई की है. मुंगावली विधायक बृजेंद्र यादव के मुताबिक इस गलती के बदले यादव को सात साल की सजा भुगतनी पड़ सकती है. हो सकता है शीतकालीन सत्र में ये मामला विधानसभा में भी गूंजे.