रायगढ़ के उर्दना डिपो में पिछले करीब बीस दिनों से एक हाथी को उसके महावत के साथ वन विभाग ने रोका हुआ है। महावत और हाथी को डिपो में कागजी कार्यवाही पूरी नहीं होने की बात कह कर रखा गया था। बीस दिनों से परेशान महावत अपने हाथी को लेकर रायगढ़ के डीएफओ ऑफिस पहुंच गया और काजगी कार्रवाई में लेटलतीफी के साथ ही हाथी व उसे पर्याप्त मात्रा में खाना नहीं देने का आरोप लगाए। जब इसकी जानकारी जिला सेव फारेस्ट समिति के अध्यक्ष को लगी, तो वे मौके पर पहुंच गए और मामले में डीएफओ से चर्चा की। दरअसल पिछले दिनों सारंगढ़ में महावत के साथ घूम रहे हाथी की मौत हो गई थी। इसके बाद वन विभाग ने सख्ता बरतते हुए दूसरे महावतों की भी जांच की और इस महावत के पास हाथी संबंधी दस्तावेज नहीं मिला। ऐसे में हाथी व महावत को उर्दना डीपो में लाकर उसे वहीं रोक दिया गया और पिछले बीस दिनों से हाथी व महावत को वहीं रखा गया। इसके बाद मामले में पीओआर भी कायम किया गया, लेकिन कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण महावत को हाथी के साथ जाने नहीं दिया जा रहा था।
महावत ने बताया कि वह हाथी के साथ काफी सालों से है और वह उसे अपने घर के सदस्य की तरह मानते हैं। हाथी को खाना-पानी सही ढंग से नहीं मिलता देख उन्हें काफी दुख हो रहा है। ऐसे में जिला सेव फारेस्ट समिति के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल ने महावत की आर्थिक मदद करते का आश्वासन दिया वहीं डीएफओ ने भी हाथी और महावत को पर्याप्त खाना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।