देश के सबसे संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र माढ़ के तुलारधाम का ऐतिहासिक शिवलिंग चोरी हो गया है। महाशिवरात्री के मौके पर जब श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे तो देखा कि शिवलिंग अपनी जगह पर है ही नहीं। यह शिवलिंग बेहद प्राचीन माना जाता है। अति संवेदनशील नक्सल क्षेत्र होने की वजह से सिर्फ शिवरात्रि के दिन ही आम लोग यहां आते हैं। शिवलिंग के इस तरह यहां से गायब हो जाने की वजह फिलहाल रहस्य बनी हुआ है। इस संवेदनशील इलाके में पुलिस की पहुंच भी नहीं है। शिवलिंग के गुम होने की कोई रिपोर्ट भी संबंधित थाने में दर्ज नहीं की गई है। नारायणपुर जिले का यह इलाका अत्यंत दुर्गम होने की वजह से जिला मुख्यालय से भी कटा हुआ है और दंतेवाड़ा के रास्ते लोग यहां तक पहुंचते हैं दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के मुताबिक कुछ गांव वालों को भेज कर पता कराया तो पता चला तुलार गुफा मे महाशिवरात्रि के दो दिन पहले से ही करीब 200 की सख्या मे नक्सली वहां मौजूद थे और वहां मिटिंग करने की भी सुचना है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नक्सली इससे पहले भी इस तरह की कायराना हरकत कर चुके हैं और भोले-भाले आदिवासियों को हिंदू धर्म के खिलाफ भड़काने में जुटे हैं। इलाके में नक्सलियों ने आईडी एम्बुश लगा रखे हैं जिसके कारण पुलिस की बड़ी टीम खोज के लिए नहीं भेजी जा सकती। अधिकारियों का कहना है कि नारायणपुर ओर दंतेवाड़ा जिले की संयुक्त टीम को मूर्ति की खोज के लिए लगाया जाएगा और मूर्ति मिलते ही विधि-विधान से फिर से स्थापित किया जाएगा।