अयोध्या फैसला आने के बाद भारत में शांति को देखते हुए पाकिस्तान ने भी पाकिस्तान में मौजूद बंद पड़े हिंदू मंदिरों के लिए एक फैसला लेने का मन बना लिया है. पाकिस्तान देश में बंद पड़े हिंदू मंदिरों को फिर नई साज-सज्जा के साथ खोलने का फैसला किया है .बता दें कि पाकिस्तान में रह रहे हिंदू समुदाय लंबे समय से बंद पड़े मंदिरों को खोलने की मांग करता रहा है . जानकारी के लिए बता दें कि 9 नवंबर 2019 का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है. सदियों से चले आ रहे हैं बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि विवाद पर भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया. उसके कुछ दिनों बाद ही पाकिस्तान में सत्तारूढ़ पार्टी तहरीक ए इंसाफ के केंद्रीय सूचना सचिव अहमद जवाद ने जानकारी दी कि पाकिस्तान में भी पुराने बंद पड़े हिंदू मंदिरों को साज सज्जा के साथ खोला जाएगा. पाकिस्तान के इस कदम की हर जगह तारीफ सुनने को मिल रही हैं. उन्होंने अपनी पार्टी की उपलब्धियों का विवरण देते हुए हिंदू मंदिरों पर फैसला सुनाया है. उन्होंने कहा कि देश का हिंदू समुदाय लंबे समय से इन बंद पड़े मंदिरों को खोलने की मांग करता आ रहा है. सरकार ने अब इस पर सहमति जताते हुए मंदिरों को नए सिरे से खोलने का फैसला लिया है